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तस्वीर / तादेयुश रोज़ेविच
Kavita Kosh से
कौन पहचानेगा उसे
माँ पिता भाई
वह दूसरी औरत शायद
जिसका चेहरा
एक धुंधले आइने में
बारिश-सा बह रहा है
और तुम
तुम जब अपने ख़ुद की तरफ़ निहारते हुए
क्या दिखाई देता है
मुझे दिखाई देता है एक आदमी
जिसे एक ऎसे ईश्वर के रंग-रूप में
सिरजा गया है
जो व्यतीत हो चुका है।
(1979)
अंग्रेज़ी से अनुवाद : सुरेश सलिल