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ताज़ा याद / बालकृष्ण काबरा 'एतेश' / लैंग्स्टन ह्यूज़
Kavita Kosh से
एक विस्मयकारी समय — युद्ध :
जब पैसा आया भीतर
रक्त बहा बाहर।
किन्तु रक्त था
बहुत दूर
यहाँ से —
पैसा था क़रीब।
अँग्रेज़ी से अनुवाद : बालकृष्ण काबरा ’एतेश’