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तारे / फुलवारी / रंजना वर्मा

चमचम चमचम चमचम करते
नील गगन के तारे।
ज्यों बेला के फूल खिले हों
सुंदर प्यारे प्यारे॥
या हीरों के दीप जले हों
काली काली रात में।
चन्दा चमक रहा थाली सा
सब तारों के साथ मे॥