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तिनके / सुनीता जैन
Kavita Kosh से
ममता-व्याकुल
स्पर्श तुम्हारा
गहरे घाव
भरना
पतझड़-वय
अकस्मात्
सम्बन्ध यह
अलस दोपहरी
गोरैया का
आले में
तिनके धरना