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तीसरी पारी-1 / खेया सरकार

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'आठ बजे घर आई हो, खना बनाओगी कब?'
सुबह बनाकर रख दिया था, रोटी सेकनी है बस,

'फ़्रिज का खाना अच्छा नहीं लगता'
खाना बनाने के लिए आदमी रख लो,

'-तब तो तुम्हें और मज़ा आ जाएगा, बारह बजे लौटोगी,
यह सब नहीं चलेगा, नौकरी छोड़ दो।'


मूल बंगला से अनुवाद : कुसुम जैन