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तुम्हारा देखना / रेखा चमोली
Kavita Kosh से
तुम्हें देखना मेरा पेड़ हो जाना है
तुम्हें सुनना नदी होना
तुम्हारा स्पर्श मुझमें फसल का पकना है
तुम्हारा देखना मेरा आसमान हो जाना है।