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तुम्हारे बारे में सोचते हुए / निकिफ़ोरॉस व्रेताकॉस / अनिल जनविजय
Kavita Kosh से
यहाँ उत्तरी इलाके में बैठा
मैं सोच रहा हूँ तुम्हारे बारे में ।
अपने धैर्य के पत्थर को
घसीटते हुए
सदियों पुरानी सख़्त जड़ों से
टीसते हुए
जो मनुष्य को मुरझाने से बचाती हैं ।
वह ख़ूबसूरत फल गिरा था
धरती पर
ब्रह्माण्ड के ही एक पेड़ से<ref>बाइबिल की एक कथा के अनुसार ईश्वर ने हव्वा और आदम को स्वर्ग से इसलिए निकाल बाहर किया था क्योंकि उन्होंने ईश्वर के मना करने के बावजूद स्वर्ग में लगे उस पेड़ का फल तोड़कर खा लिया था, जो शुभ और अशुभ का ज्ञान देता था।</ref> ।
रूसी भाषा से अनुवाद : अनिल जनविजय
शब्दार्थ
<references/>