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तुम्हारे ये घरेलू सवाल / सुनीता जैन
Kavita Kosh से
कब लौटी?
कहाँ जाओगी?
तुम्हारे ये घरेलू सवाल
मेरे मन की उस मिट्टी को भिगोते हैं
जिसकी खुशबू में
मेहँदी के रंग होते हैं