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तुम्हें पलक भीगी आँखों का प्यार / मुकुट बिहारी सरोज
Kavita Kosh से
तुम्हें, पलक भीगी आँखों का प्यार
प्रथम चरण के साथ अमा की रात
तुम्हें उजियाला दे जीवन भर का, मीत
प्रणय का गीत
तुम्हें जय माला दे
सदा चले तेरे पथ में, सुख-सपनों का संसार
नीड़ सृजन पर डाल बने ख़ुशहाल
दुआएँ दे माली केन्द्रित रहे वसन्त
युगों पर्यन्त
हँसे कोयल काली
सदा चले तेरे उपवन में मीठी-मन्द बयार।