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तुम अभी भी यहाँ हो / रोज़ा आउसलेण्डर
Kavita Kosh से
फेंक दो अपने डर को
हवा में
शीघ्र ही
हो जाएगा पूरा समय तुम्हारा
शीघ्र ही
ऊपर उठेगा आकाश
घास के नीचे से
नहीं गिरेंगे कहीं भी
सपने तुम्हारे I
अभी तक
सुगन्ध आ रही है लवंग की
गा रही है सारिका
प्यार कर सकती हो तुम अभी
खोल सकती हो भेद शब्दों से
कि तुम अभी यहाँ हो I
बनो जो तुम हो
दो वही जो है तुम्हारे पास II
मूल जर्मन भाषा से प्रतिभा उपाध्याय द्वारा अनूदित