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तुम आए तो आया मुझे याद / आनंद बख़्शी
Kavita Kosh से
तुम आये तो आया मुझे याद गली में आज चाँद निकला
जाने कितने दिनों के बाद, गली में आज चाँद निकला
ये नैना बिन काजल तरसे, बारह महीने बादल बरसे
सुनी रब ने मेरी फ़रियाद, गली में आज चाँद निकला ...
आज की रात जो मैं सो जाती, खुलती आँख सुबह हो जाती
मैं तो हो जाती बस बरबाद, गली में आज चाँद निकला ...
मैं ने तुमको आते देखा अपनी जान को जाते देखा
जाने फिर क्या हुआ, नहीं याद, गली में आज चाँद निकला ...