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तुम हमें प्यार करो या ना करो / शैलेन्द्र
Kavita Kosh से
तुम हमें प्यार करो या ना करो, हम तुम्हें प्यार किये जायेगें
चाहे किस्मत में ख़ुशी हो के ना हो, गम उठाकर ही जिए जायेगें
तुम हमें प्यार करो या ना करो...
हम नहीं वो जो गमे-इश्क से घबरा जाएं
हो के मायूस जुबां पर कोई शिकवा लाये
चाहे कितना ही बढ़े दर्दे जिगर, अपने होंठो को सिये जायेंगे
तुम हमें प्यार करो या ना करो.....
तुम सलामत हो तो हम चैन भी पा ही लेंगे
किसी सूरत से दिल की लगी लगा ही लेंगें
प्यार का जाम मिले या ना मिले, हम तो आंसू भी पिए जायेंगें
तुम हमें प्यार करो या ना करो...
तोड़ दी आस तो फिर इतना ही एहसान करो
दिल में रहना जो ना चाहो तो नज़र ही में रहो
ठेस लगती जो है दिल पर तो लगे, गम उठाकर ही जिए जायेगें
तुम हमें प्यार करो या ना करो