तुम हो या दधीचि हैं महान? / संजय तिवारी
पिप्पलाद के पिता
गभस्तिनी के पति
अथर्वा के पुत्र
महामानव
दधीचि को को जानते हो?
अपने पूर्वजो को भी
कुछ मानते हो?
कर्दम थे जिनके नाना
तुमने उनको भी नहीं जाना
जानत लेते तो
जान सकते त्याग की परिभाषा
सनातन सत्य सी आशा
दधीचि महर्षि भी थे
और साधक भी
कुपथगामी वृत्तियों के
सबसे बड़े बाधक भी
समाज असुरता से त्रस्त था
देवकुल भी दुखी और पस्त था
वृत्तासुर का छाया था आतंक
ना आदि दिखता था न अंत
देवताओ का राजा भी तबाह था
इंद्र का दुःख उसी का गुनाह था
दधीचि से कुछ कहने
का साहस नहीं था
कैसे कहे अपनी व्यथा
क्या महर्षि भूल सकते हैं वह कथा?
इसी इंद्र ने काटा था
दधीचि का सिर
अब कैसे याचक बन जाए
दधीचि को कैसे मनाये
आसुरी वृत्तियो से मुक्ति का
केवल बचा था संधान
जरुरत थी कि
दधीचि करें देहदान
दधीचि ने यही किया
त्याग कर शरीर
कर दिया हड्डियों का दान
सोचो?
तुम हो
या दधीचि हैं महान?