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तुलसी छै जग में महान गे / रामधारी सिंह 'काव्यतीर्थ'

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तुलसी छै जग में महान गे बहिना, तुलसी छै जग में महान।
वेद, शास्त्र, सोधि-सोधि, नाना पुरान गे
सभै केरोॅ सार तत्व, देलकै, रामायण गे बहिना....
कैइसन होई माई-बाप, कैइसन राजा प्रजान गे
कैइसन होई पुत्रवधू, भाई सुजान गे, बहिना...
पुत्र के प्यार कारण पिता त्यागलक प्राण गे
पति के स्नेहिया कारण पत्नी हठ ठान गे, बहिना...
दुराचारी रावणें ले गइले अशोक बगान गे
राम धनुधारिया ने हुनकोॅ लेलकै प्राण गे, बहिना...
राजपाट विभीषण केॅ राम कैलके दान गे
अयोध्यावासी के रामें कैलकै सभा महान गे, बहिना....
साहस दृढ़ता पाय प्रजा करे गुणगान गे
यहे तथ्य कथा गुथि के रचलक रामायण गे, बहिना....
संत असंत के वंदना करिकेॅ गुरू बतावे मान गे
कर्म भक्ति आरो ज्ञान भरि केॅ दै छै आतम ज्ञान गे बहिना....
तुलसी छै जग में महान।