भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
तेरी कालिख / असंगघोष
Kavita Kosh से
वाशरी है यह
नंदन की
दमुआ की
वेकोलि की
जो धोती थी कभी
कालिख
लोडर की
सेठ की
मुनीम की
और तुम्हारी,
फिलहाल अभी बन्द है
इसका यह काम
क्योंकि अब यहाँ
नहीं है पानी।
पानी!
तेरे आब की मानिन्द
कहीं गहरे
चला गया है
रसातल में
ऐसे ही कोयला
निकालते-निकालते।
सच कहूँ
पानी तो
सभी का उतर गया है
पर तेरी
कालिख बरकरार है।
"वाशरी" व "नंदन" = दमुआ जिला छिन्दवाड़ा स्थिति वेस्टर्न कोलफिल्डस लिमिटेड की कोल वाशरी जिसमें कोयला धोया जाता है एवं वहीं पास की नंदन कोल खदान।