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तोंय नै अहियोॅ / अशोक शुभदर्शी
Kavita Kosh से
तोंय नै अहियोॅ कहियोॅ हमरोॅ घोॅर
नै छौं हमरा लग
कोनोॅ जगह
तोरा ठहराय लायक
तोंय परेशान होय जैभोॅ
हमरा घरोॅ में
समावेॅ नै पारतौं तोरोॅ सौंदर्य
हमरोॅ घरोॅ के चीजोॅ में
तहंू अपनाय नै सकभौ
नै ई सब बेढब चीजें
अपनाय सकतौं तोरा
चाही केॅ भी
ई सब चीज शरमाय जैतोॅ तोरा देखी केॅ
आरोॅ तोहूँ
नै तोय जंचभोॅ हमरा घरोॅ में
नै हमरोॅ घरोॅ केॅ चीज जंचतौं तोरा
अच्छा होतौं
दूर रहोॅ
हम्में तोंय/दूनोॅ
एक-दोसरा सें ।