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तोरा बिना सूना सूना घोॅर लागै छै / कस्तूरी झा 'कोकिल'

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तोरा बिना सूना सूना घोॅर लागै छै।
अकेला कलेजा में होॅर लागै छै।
आधी-आधी रात के
निगोड़ी नींद भागै छै।
खिड़की सें चन्द्रमा
आँखी में आबै छै।
तोरें रं छीन मान मुखौरॅ लागै छै।
तोरा बिना सूना सूना घोॅर लागै छै।
तारा मुस्काबै छै,
ठिठुवा देखाबै छै।
बेंगी केॅ टर-टर हे
काँटा चुभाबै छै।
भरला इंजोरिया में डोॅ लागै छै।
तोरा बिना सूना सूना घोॅर लागै छै।
जखनीं-जखनीं खाय छीहौं
तोरहौ बोलाय छीहौं।
खैतें नैं देखै छीहों
बोली नै सुनै छीहों।
गरगटटोॅ मुँहों में कौॅर लागै छै।
तोरा बिना सूना सूना घोॅर लागै छै।
अकेला कलेजा में होॅर लागै छै।

15/07/15 पूर्वाहन 11.50