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तोहरे भरोसे ब्रहम बाबा / मैथिली लोकगीत

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मैथिली लोकगीत   ♦   रचनाकार: अज्ञात

तोहरे भरोसे ब्रहम बाबा झिझिया बनइलिअइ हो
तोहरे भरोसे ब्रहम बाबा झिझिया बनइलिअइ हो
ब्रहम बाबा झिझरी पर होईअऊ न असवार
अबोधवा बालक तोहर किछियो न जानय छौ हो
ब्रहम बाबा झिझरी पर होईअऊ न असवार

तोहरे अंगनमा ब्रहम बाबा जुड़वा बनइलिअइ हो
तोहरे अंगनमा ब्रहम बाबा जुड़वा बनइलिअइ हो
ब्रहम बाबा जुड़वा पर होईअऊ न असवार
अबोधवा बालक तोहर किछियो न जानय छौ हो

कंहवा से अईतय मईया हरिन सुगवा हो
मईया गे कंहवा से अयतई भैरो भाई
सड़क पर झिझरी खेल आयब हो

ससुरा से अईलय मईया हे हरिन सुगवा हो
मईया हे नईहर से अयलई भैरो भाई
सड़क पर झिझरी खेल आयब हो

किए पानी मईया हे देबई हरिन सुगवा हो
मईया हे किए पानी देबई भैरो भाई
सड़क पर झिझरी खेल आयब हो

झारी पानी देबई मईया हे हरिन सुगवा हो
मईया हे लोटे पानी देबई भैरो भाई
सड़क पर झिझरी खेल आयब हो

माछ मारs गेले डयनियाँ बाबा के पोखरिया
माछ मारs गेले डयनियाँ बाबा के पोखरिया
मारि लैले कतरी मछरिया गे
चल चल गे डयनियाँ ब्रहम तर
तोरा बेटा के खयबऊ ब्रहम तर

तोहरे भरोसे ब्रहम बाबा झिझिया बनइलिअइ हो
ब्रहम बाबा झिझरी पर होईअऊ न असवार...