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तो फिर वे लोग कौन हैं? / गुलज़ार हुसैन
Kavita Kosh से
सुबह होते ही
खुरपी और कुदाल लेकर खेतिहर
खेतों पर काम करने चले जाते हैं
हथौड़े लेकर मजदूर निर्माण कार्य में लग जाते हैं
केतली लेकर चायवाला पानी गर्म करने लगता है
तो फिर वे लोग कौन हैं
जो लोहे की रॉड लेकर मेहनतकशों की पीठ की खाल उधेड़ने के लिए घर से निकलते हैं?