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थूं / ॠतुप्रिया
Kavita Kosh से
स्रिस्टी री सिरजणां में
हजारूं करोड़ू बरस लाग्या
तद बणी भौम
अर
भाँत-भाँत रा जीव
पण
थूं चावै
हथेळी माथै
सरसूं उगावणौ।