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थोड़ा कम भी / इरेन्द्र बबुअवा
Kavita Kosh से
नहीं है ज़रूरत
परदे के पार रोशनी को
देखने के लिए
परदा हटाने की
थोड़ी कम रोशनी में भी
दिख सकती है साप़फ-साप़फ
बिना चमक-दमक के
कुएँ में तैरती मछलियाँ
एक क़तार में लौटते शाम को
अपने घोंसले की ओर पक्षी
थोड़ी कम रोशनी से
मिला सकते हैं आँख
ले सकते हैं सुकून की साँस
थोड़ी कम हवा में भी
थोड़ा कम प्यार भी
अपनापन
लम्बे समय तक बनाए रख सकता है !