भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

थोड़े से सफर में भी / निशान्त

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

हिन्दी शब्दों के अर्थ उपलब्ध हैं। शब्द पर डबल क्लिक करें। अन्य शब्दों पर कार्य जारी है।

थोड़े से सफर में भी हम बहुत कुछ देखते हैं
देखते हैं कि हमारे सफर जितनी तो कई कर्मचारियों की
रोज की आवा-जाई है
बूढ़े और बच्चे
बेचते हैं बसों-गाड़ियों में चीजें
हम देखते हैं कि बड़े-बड़े और अशक्त अपंग भी
करते हैं सफर खड़े-खड़े
इसी तरह दिखाई देते है हमें
जगह-जगह मेहनत मशक्कत करते लोग
जिन्हें देखकर भीतर जगता है आत्मविश्वास
हम भूलने लगते हैं अपनी कठिनाईयाँ
भले ही वे जीवन की हों या यात्रा की