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दंड की धाराएँ उन के हाथ में हैं / शिवशंकर मिश्र
Kavita Kosh से
दंड की धाराएँ उन के हाथ में हैं
सारी संहिताएँ उन के हाथ में हैं
आप बेगुनाह रहें कि हों शरीफ ही
आप की रेखाएँ उन के हाथ में हैं।