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दर्द बढ कर फुगाँ ना हो जाये / जिगर मुरादाबादी
Kavita Kosh से
दर्द बढ़ कर फुगाँ1 ना हो जाये
ये ज़मीं2 आसमाँ3 ना हो जाये
दिल में डूबा हुआ जो नश्तर4 है
मेरे दिल की ज़ुबाँ5 ना हो जाये
दिल को ले लीजिए जो लेना हो
फिर ये सौदा6 गराँ7 ना हो जाये
आह8 कीजिए मगर लतीफ़-तरीन9
लब तक आकर धुआँ10 ना हो जाये
1. फुगाँ : lamentation; 2. ज़मीं : earth; 3. आसमाँ : sky 4. नश्तर : dagger; 5. ज़ुबाँ : voice 6. सौदा : bargain; 7. गराँ : costly 8. आह : sigh; 9. लतीफ़-तरीन : pleasant; 10. धुआँ : smoke