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दर्द सीने में दबाये रखिये / रंजना वर्मा
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दर्द सीने में दबाये रखिये
अश्क़ आँखों में बसाये रखिये
बाँटने को न कोई आयेगा
ग़म कलेजे में छुपाये रखिये
साथ खुशियों के जमाना सारा
लब पे मुस्कान सजाये रखिये
मिल न पाये जिगर तो रहने दें
हाथ हाथों से मिलाये रखिये
तीरगी बढ़ने लगी है हर सूं
प्यार की शम्मा जलाये रखिये
टूट जाये न कहीं दिल कोई
दिल मे अरमान जगाये रखिये
डूब जायें न भँवर में फँस के
आप पतवार चलाये रखिये