गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Last modified on 22 मई 2010, at 19:43
दश्त पैमाई का गर कस्द मुकर्रर होगा / भारतेंदु हरिश्चंद्र
चर्चा
हिन्दी/उर्दू
अंगिका
अवधी
गुजराती
नेपाली
भोजपुरी
मैथिली
राजस्थानी
हरियाणवी
अन्य भाषाएँ
भारतेंदु हरिश्चंद्र
»
Script
Devanagari
Roman
Gujarati
Gurmukhi
Bangla
Diacritic Roman
IPA
दश्त पैमाई का गर कस्द मुकर्रर होगा।
हर सरे खार पए आबिला नश्तर होगा॥