भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

दहेज गीत / राजकुमार

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

बिसरी गेल्हैं गे बेटी, बाबा के दुअरिया
बिसरी गेल्हैं गे बेटी, झंझरी छपरिया

पेटबा के जारी-जारी, दीयरा जरैलियौ गे
अँचरा के दूधबा, अँचरबे सुखैलियौ गे
बिसरी गेल्हैं गे बेटी, मैया के लहरिया
बिसरी गेल्हैं गे बेटी, बाबा के दुअरिया

सुगिया सन पिंजड़ा में, जोगलें बिपतिया गे
टुस-टुस बोली बोली, तोड़लें पिरीतिया गे
बिसरी गेल्हैं गे बेटी, कथरी नजरिया
बिसरी गेल्हैं गे बेटी, मैया के दुअरिया

बाबू तोरोॅ फीहा-फीहा, जुलमी बजरिया गे
आँखी के अकसबा पर, दुखोॅ के बदरिया गे
बिसरी गेल्हैं गे बेटी, चेथरी चदरिया
बिसरी गेल्हैं गे बेटी, मैया के दुअरिया

भरी दुपहरिया में, झोंकलें लतड़िया गे
ऐंगना उझंख भीत, कटही डगरिया गे
बिसरी गेल्हैं गे बेटी, गामोॅ के पोखरिया
बिसरी गेल्हैं गे बेटी, मैया के दुअरिया

जूझलें नै काहे बेटी, छोड़लें परनमाँ गे
टूटलें नै काहे बन के बिजुरी, ठेकनमा गे
बिसरी गेल्हैं गे बेटी, ‘राज’ के ठठरिया
बिसरी गेल्हैं गे बेटी, मैया के दुअरिया