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दादा हमारे नयना जोगी हैं री मइया / मगही
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मगही लोकगीत ♦ रचनाकार: अज्ञात
दादा हमारे नयना जोगी<ref>आँखों से ही देखकर जोग-टोना करने वाले, जादू-टोना जानने वाले</ref> हैं री मइया।
दादी हमारी मनमोहिनी री मइया।
बलदी<ref>बैल पर</ref> लदाये<ref>लदवाकर</ref> जोग लाद लायें जी॥1॥
नाना हमारे नयना जोगी हैं री मइया।
नानी हमारी मन मोहिनी री मइया।
छकड़े<ref>सरगड़, बैलगाड़ी</ref> लदाये जोग लाईं री मइया॥2॥
अब्बा हमारे नयना जोगी हैं री मइया।
अम्माँ हमारी मन मोहिनी री मइया।
छकड़े लदाये जोग लाई री मइया॥3॥
भइया हमारे नयना जोगी हैं री मइया।
भाभी हमारी मन मोहिनी री मइया।
गाड़ी लदाये जोग लाई री मइया॥4॥
शब्दार्थ
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