दादी ने जब खो खो खेली / प्रभुदयाल श्रीवास्तव
हुई देर तक हंसी ठिठोली ,
दादी ने जब खो खो खेली |
दौड़ रही थी दादी आगे ,
पीछे दौड़ी नानी |
नहीं पा सकी नानी उनको ,
लगीं मांगने पानी |
हंसी खूब बच्चों की टोली|
दादी ने जब खो खो खेली |
दादी हारीं नानीं हारीं,
दोनों का दम फूला |
सूज गया दादी का घुटना ,
नानीं जी का कूल्हा |
मोल व्यर्थ में आफत ले ली |
दादी ने जब खो खो खेली|
हाय! बुढ़ापे में मत दौड़ो ,
बच्चे अब समझाते|
कैसे रहना कैसे जीना,
बूढ़ों को सिखलाते |
खाना पड़ी दर्द की गोली ,
दादी ने जब खो खो खेली |