भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

दिन का मन भर आया /राम शरण शर्मा 'मुंशी'

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

हिन्दी शब्दों के अर्थ उपलब्ध हैं। शब्द पर डबल क्लिक करें। अन्य शब्दों पर कार्य जारी है।

साँझ हुई
राजगीर ने
तसला हटाया

बाबू ने
कोट का
बटन लगाया

दिन का
मन भर आया
दुबक चला साया

दुनिया
जैसे बाँझ हुई
साँझ हुई !