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दिया / फुलवारी / रंजना वर्मा
Kavita Kosh से
अम्मा दिया दिला दो ना।
आँगन बीच जला दो ना॥
घर में बड़ा अंधेरा है।
बिजली ने मुँह फेरा है॥
हम बच्चे हैं डरे हुए।
अँधियारे में खड़े हुए॥
अब रोशनी दिखा दो ना।
अम्मा दिया जला दो ना॥