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दिल्ली में एक दिन की राष्ट्रीय समस्या / विवेक निराला

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दिल्ली हमारे देश की राजधानी है
इसलिए यहां की सरकारी समस्याएं राष्ट्रीय होती हैं
एक दिन समस्या यह थी कि एक प्रदेश के राज्यपाल को
उसके प्रदेश के राजभवन तक पहुंचाया कैसे जाए?

महामहिम पिछले कई दिनों से दिल्ली में थे
और सरकारी खर्च पर महंगा इलाज करा रहे थे

वे नींद में बड़बड़ाते थे कि देश में अच्छे डाक्टर नहीं
फिर भी अब वे पहले से स्वस्थ थे।
यह महाराजा के इलाज जैसी बात नहीं थी।

आमिर खान टेलीविजन पर महंगे इलाज और
महंगी दवाओं का अर्थशास्त्र समझा रहे थे
लेकिन मामला राज्यपाल का था और मुखिया के बिना
प्रदेश को नहीं छोड़ा जा सकता था बहुत दिनों तक
इसलिए उन्हें उनके राजभवन तक पहुंचाना ज़रूरी था
किसी संवैधानिक संकट उत्पन्न होने से पहले ही।

विकट राष्ट्रीय समस्या थी और
राष्ट्रीय समस्याओं के समाधान सदैव राष्ट्रीय होते हैं।
हमारे देश में बिना वार्ताओं के समाधान नहीं निकला करते
इसलिए एक ही दिन में वार्ताओं के कई दौर चले
पहले उपसचिव स्तर की वार्ता हुई
फिर प्रदेश और प्रधानमंत्री कार्यालय के बीच
प्रमुख सचिव स्तर की वार्ता हुई
तब जा कर हेलीकॉप्टर से उन्हें ले जाना तय हुआ।

आयुर्विज्ञान संस्थान से निकल कर बीमार महामहिम ने
उड़ान भरी अपने प्रदेश के राजभवन की ओर

प्रशासन की जान में जान आयी और
प्रदेश को संवैधानिक संकट से बचाने की राष्ट्रीय समस्या
का राष्ट्रीय हल निकाल लिया गया था।