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दिल की धड़कन का सांसों से प्यार लिखो अभिसार लिखें / रंजना वर्मा

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दिल की धड़कन का साँसों से प्यार लिखें अभिसार लिखें
रहे न सूनी डगर प्यार की अफ़साने दो चार लिखें

जीवन पन्थ बड़ा ही लम्बा इस में लाख झमेले हैं
जगत द्वंद्व में उलझ-उलझ कर क्यों बातें बेकार लिखें

भाईचारा स्नेह प्रेम का अद्भुत त्रिविध समीर बहे
रोटी कपड़ा मिले सभी को सबका हो घर बार लिखें

माया मोह लोभ सुंदर फल बार-बार ललचाते हैं
सदा हृदय को जो भरमाये क्या ऐसा संसार लिखें

एक विधाता की संतानें क्यों आपस में जूझ मरें
एक रहें घर चौबारे क्यों आँगन में दीवार लिखें