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दिल को अब ख़्वार ही किया जाए / तुम्हारे लिए, बस / मधुप मोहता
Kavita Kosh से
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दिल को अब ख़्वार ही किया जाए
आइए प्यार ही किया जाए,
बात बनती नहीं है चुप रहकर,
उनसे इज़हार ही किया जाए,
वो भी आ जाएँगे अयादत को
ख़ुद को बीमार ही किया जाए,
इश्क़ होता है इक समुंदर-सा
तैरकर पार ही किया जाए।