दिल को क्यों करते हो छोटा
ना हो तुम इस कदर निराश!
आंसू तो मोती होते हैं,
रखो इनको अपने पास!
किसने जाना दर्द पराया
क्यों दूजे से रक्खे आस
दामन इतना फैला ले तू
दुःख भी आये तुझको रास
सुख दुःख आते जाते रहते
क्यों होती हैं सिया उदास
दिल को क्यों करते हो छोटा
ना हो तुम इस कदर निराश!
आंसू तो मोती होते हैं,
रखो इनको अपने पास!
किसने जाना दर्द पराया
क्यों दूजे से रक्खे आस
दामन इतना फैला ले तू
दुःख भी आये तुझको रास
सुख दुःख आते जाते रहते
क्यों होती हैं सिया उदास