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दिल से तो तेरा ख्याल हटाया नहीं जाता / रंजना वर्मा

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दिल से तो तेरा ख्याल हटाया नहीं जाता।
है दूर बहुत फिर भी भुलाया नहीं जाता॥

खामोश बहुत सर्द हैं रातें ये अँधेरी
यादों का सदा दीप जलाया नहीं जाता॥

है दर्द से बोझिल ये ज़िगर कैसे बतायें
सीने में छुपा जख़्म दिखाया नहीं जाता॥

करना न ये उम्मीद कि कह देंगें दास्तां
खुद को भी हरिक राज़ बताया नहीं जाता॥

बीती हुई रस्मों की न अब बात हो कोई
ख़्वाबों में तसव्वुर को सजाया नहीं जाता॥

अनमोल मुहब्बत की अनोखी है अदा ये
हीरा तो हरिक खान में पाया नहीं जाता॥

भगवान वही रंग वही खुशबुएँ वह ही
डाली से गिरा फूल चढ़ाया नहीं जाता॥