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दीदी ने ये पिल्ले पाले! / कन्हैयालाल मत्त

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आधे गोरे, आधे काले,
दीदी ने ये पिल्ले पाले!
काले पिल्ले बड़े लड़ाके,
गोरे भोले-भाले हैं,
चितकबरों की बात न पूछो,
आफत के परकाले हैं!
बड़े चिबिल्ले, बड़े निराले,
दीदी ने ये पिल्ले पाले!
'कूर-कूर' कर इन्हें बुलाओ,
दौड़े-दौड़े आते हैं,
'सुसी' खेलते हैं मस्ती में,
रोटी-दूध उड़ाते हैं!
'भौं-भौं' करते बैठे ठाले,
दीदी ने ये पिल्ले पाले!