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दीवार पर / वास्को पोपा / सोमदत्त
Kavita Kosh से
अरसा हुए
पिघली थी पहली सफ़ेदी
काल की झुर्रियाँ
फैल गईं
बगरे उजाड़ में
एक क्वाँरा खेत
अर्थहीन रूपाकार
छिपा
अजरज के कम्बल में
एक अखेला खेल
शतानन अतिशयता
शाश्वत चरोखर में
अँग्रेज़ी से अनुवाद : सोमदत्त