Last modified on 18 सितम्बर 2014, at 17:01

दुनिया को हमने गीत सुनाये हैं प्यार के / राजेंद्र नाथ 'रहबर'

दुनिया को हमने गीत सुनाये हैं प्यार के
दुनिया ने हमको दी हैं सज़ाएं नयी नयी

ये जोगिया लिबास , ये गेसू खुले हुए
सीखीं कहाँ से तुमने अदाएं नयी नयी

जब भी हमें मिलो ज़रा हंस कर मिला करो
देंगे फकीर तुम को दुआएं नयी नयी