मैथिली लोकगीत ♦ रचनाकार: अज्ञात
दुभिया भोजन करू सामा हे चकेबा
लागि गेल पान केर दोकान
गे माइ सेहो पान खयलनि भइया से फल्लां भइया
रंगि गेल बत्तीसो मुख दाँत
गे माइ दुभिया भोजन करू सामा हे चकेबा
लागि गेल सिनूरक दोकान
गे माइ सेहो सिनूर पहिरथु भउजो से ऐहब भउजो
जुगे - जुगे बढ़नु अहिबात
गे माइ दुभिया भोजन करू सामा हे चकेबा
लागि गेल टिकुली केर दोकान
गे माइ सेहो टिकुली पहिरथु बहिनो से फलां बहिनो
झलकैत जाथु ससुरारि
गे माइ झलकैत जाथु ससुरारि