गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Last modified on 8 जनवरी 2009, at 14:08
दूध से भारी पीड़ा से भरी / प्रेमरंजन अनिमेष
चर्चा
हिन्दी/उर्दू
अंगिका
अवधी
गुजराती
नेपाली
भोजपुरी
मैथिली
राजस्थानी
हरियाणवी
अन्य भाषाएँ
प्रेमरंजन अनिमेष
»
मिट्टी के फल
»
Script
Devanagari
Roman
Gujarati
Gurmukhi
Bangla
Diacritic Roman
IPA
'माँऽऽऽऽ... !'
चिल्लाता
मैं धाता भीतर
'बाँऽऽऽ...'
आती उसकी आवाज़
दूध से भरी पीड़ा से भरी...