दूर क्यों हमसे उजाला इसकी भी चर्चा करो ।
है कहाँ सूरज हमारा इसकी भी चर्चा करो ।
वोल्गा मैली हुई है कह रहे हो बार-बार,
क्या है गंगा का नज़ारा इसकी भी चर्चा करो ।
ख़ूबसूरत है इमारत यह हक़ीक़त है मगर,
किसने ढोया ईंट-गारा इसकी भी चर्चा करो ।
कान कटवाकर भी जो ज़िन्दा रही उस भैंस को,
फ़ाइलों में किसने मारा, इसकी भी चर्चा करो ।
तुम ग़मे-जानाँ को ही क्यों कोसते हो यार,
क्यों ग़मे-दौराँ ने मारा इसकी भी चर्चा करो ।