भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

देओ तो देओ माय / कोरकू

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

   ♦   रचनाकार: अज्ञात

देओ तो देओ माय
कोरो रे गागरा ठण्डा पानी देओ
कोरो रे गागरा ठण्डा पानी देओ
देओ तो देओ माय
नर्मदा का ठण्डा पानी देओ
नहीं दे तो नहीं हो माय
तेरे जा बाराती प्यासी ना रहे हो
देओ तो देओ माय
चोखा रे चावल देओ
नहीं दे तो नहीं हो माय
तेरा जा बाराती भूखा न रहे हो
देओ तो देओ माय
तेरा जा बेटा दे देओ
नहीं दे तो नहीं हो माय
तेरा जा बेटी ना कुआरी रे हो

स्रोत व्यक्ति - शांतिलाल कासडे, ग्राम - छुरीखाल