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देखना देश को / विष्णुचन्द्र शर्मा
Kavita Kosh से
देखना
देश को !
फिर बतलाना :
कितना कौन बदला है !
कितना कौन पिछड़ा है !
देखना देश को
फिर-फिर इतिहास में
अमेरिका के नीचे या पीछे खड़े
भारतवर्ष की
कहानी बतलाना :
चीन या
क्यूबा के जन-जन को ।
रचनाकाल : 2003