मैथिली लोकगीत ♦ रचनाकार: अज्ञात
देखलौंमे राति सपनमा हो राम
समरिया आयल
सूतल छलौं विरहिनि हम सखिया
देखल श्याम मोहनमा हो रामा
चौंकि उठल तन मिलल ने मोहन
भरि आयल नीर नयनमा हो रामा
चैतक चन्दन कुसुमित कानन
दैव देलनि दुख दिनमा हो रामा
दुख मोहन मधुमास ने आयल
तेँ हम तेजब जीवनमा हो रामा