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देखोॅ कत्तेॅ बेदिल छै / महादेव ठाकुर

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देखोॅ कत्तेॅ बेदिल छै
गालोॅ पेॅ काला तिल छै

रस्ता ओकरोॅ साथी छै
जे आँखोॅ मेॅ मंजिल छै

झूठा शानोॅ-शौकत सेॅ
कुछ होना नै हासिल छै

पैसा के छै पूछ यहाँ
पढलोॅ-लिखलोॅ जाहिल छै

'महादेव' कुछ कहथों तेॅ
कहभो बड्डी काबिल छै