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देवा तुझा मी कुंभार / गोरा कुंभार
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देवा तुझा मी कुंभार। नासीं पापाचें डोंगर॥ १॥
ऐशा संतप्ते हो जाती। घडे साधूची संगती॥ २॥
पूर्ण कृपा भगवंताची। गोरा कुंभार मागे हेंचि॥ ३॥