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देवी के पर्वत चड़ती चौलण पाट्या ए मां / हरियाणवी

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देवी के पर्वत चड़ती चौलण पाट्या ए मां।
कै गज चौलन पाट्या के गज रह्या ए मां।
दस गज चौलन पाट्या नौ गज रह्या ए मां।
काहे की तो सुई री मंगाऊं काहे का तागा ए मां।
सार की तो सुई री मंगाऊं रेसम का तागा ए मां।