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देशी अंग्ररेजेॉ रोॅ ई अंगरेजी-शिक्षा / अमरेन्द्र

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देशी अंगरेजोॅ रोॅ ई अंगरेजी-शिक्षा
आपनोॅ बाप केॅ ‘पा-पा’ करी केॅ देतै आदर
इस्कूली हेडोॅ केॅ बेलज बोलै फादर
देशीये बोली ठीक भले ही माँगौं भिक्षा।
सूट-पैंट सेँ हरज नै छेलै टाइयो सेँ भी
शंकर जी केॅ बोलै-पापा जी के जी के
चल चलन ई देखोॅ भैया नासमझी के
माय हवेॅ खुश जभिये बच्चा बोलै मम्मी
वाटर समझै, समझै नै छै पानी बुतरू
ए बी सी डी ई एफ जी रोॅ भजन करै छै
हिन्दी-उर्दू टीकोॅ पारे, हकन करै छै
संसद तक मेँ बाजै छै अंगरेजी तुतरू
कॉन्वेन्टोॅ रोॅ असर देशी केॅ ज्यादा भावै
दुर्गा-काली माय रोॅ आगू कमर हिलावै।