देश शक्ति सम्पन्न हमारा / बाबा बैद्यनाथ झा
देश शक्ति सम्पन्न हमारा,
पूर्ण विश्व को है यह भान।
शक्ति प्रदर्शन करता है जो,
उसको हम निशिचर लें मान॥
क्यों तनाव सीमा पर देता,
चन्द दिनों से पापी चीन।
प्रत्युत्तर भारत अब देगा,
अधिकृत हिस्सा लेगा छीन॥
बीस सैनिकों को सरहद पर,
उसने दिया कपट से मार।
वीरों ने चालीस मारकर,
उसे लगायी है फटकार॥
भारत के अधिकारी गण ने,
लिया त्वरित इसपर संज्ञान।
शक्ति प्रदर्शन करता है जो,
उसको हम निशिचर लें मान॥
उस बासठ का गया जमाना,
हम हैं आज सुखी सम्पन्न।
रार करोगे अब भारत से,
हो जाओगे खूब विपन्न॥
उल्लू चमगादड़ खाते हो,
गीदड़ का करते आहार।
अगर करोगे अब गुस्ताखी,
भारत कर देगा संहार॥
शेरों जैसे बीर सजग हैं,
तोड़ेंगे सारा अभिमान।
शक्ति प्रदर्शन करता है जो,
उसको हम निशिचर लें मान॥
हमने शान्ति दूत भेजे हैं,
लेकर एक प्रेम-संदेश।
करे प्रतीक्षा उत्तेजित हो,
उस उत्तर का पूरा देश॥
इस अवसर का लाभ उठा लो,
हम भी देंगे तुमको छोड़़।
गिद्धदृष्टि डालोगे अब तो,
तब हम देंगे आँखें फोड़॥
थू-थू करती तुम पर दुनिया,
अब भी चेतो रे नादान।
शक्ति प्रदर्शन करता है जो,
उसको हम निशिचर लें मान॥